04

French kiss

अगली सुबह 


सुबह के 7 बजे खिडकी  से आती धुप सीधे तन्वी के फेस पर आती है जिस से तन्वी की निंद खुलती है ।  तन्वी को अपनी बोर्डी  मैं बहोत दर्द  हो रहा था ।  और तन्वी  को अपने  पेट के उपर किसी भारी  चीज  लगती है तब जाके तन्वी अपनी आँखे  खोलती है ।
तन्वी जब अपने पेट के उपर किसी का हाथ देखती है तो चौक  जाती है । तन्वी फिर जल्दी से अपने आपको और  उपने बगल में  पेट के बल सो रहे सिद्धार्थ  को देखती है । दोनो अभी  भी बिना कपड़ो  के सिर्फ एक पतली सी  ब्लैंकेट में थे  ।
अपने आपको इस तरह पाकर तन्वी की आँखो से आंसू गिर ने लगते है । वो अब सब कुछ समज रही थी क्यु उसकी बोर्डी   दर्द कर रही थी ।  वो अब अपने आस पास देखती है तो वो समज जाती है की वो अभी बी कल्ब में ही है ।

Write a comment ...

Write a comment ...