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Interview,dost,punishment

सान्वी ने सब के लिए नास्ता बना के डाइनिंग टेबल पे रख दिया। सान्वी ने नास्ता रखा तो सब लोगो नास्ता करने बेठ गए सिवाय सान्वी के उसे कभी भी डाइनिंग टेबल पर बेठ के खानें नही देते थे। सान्वी हमेशा सभी का नास्ता हो जाने के बाद किचन में खाती थी। सान्वी ने सभी काम जल्दी किए और अपना बेग ले आई और रमा जी को कहा-चाची जी में कॉलेज जा रही हुं मेंने सारे काम कर दिए हैं और लंच भी तैयार कर दिया है। तो रमा जी ने उसके उपर गुस्सा करते हुए कहा - चल जा निकल और याद रखना अगर बाहर से तेरी एक भी खबर आई तो तेरी चमड़ी उखेड दुगी । चाची की बात सुन सान्वी ने अपना सर डर से  नीचे जुखा   दिया और वह घर से बाहर निकल आई । बाहर आके उसने साम ने देखा तो उस के चेहरे पर स्माइल आ गई क्यु कि बाहर उस कि बेस्ट फ्रेंड प्राची स्कूटी ले के खड़ी थी प्राची कि उंमर तनु जितनी ही थी 22साल। प्राची ने भी उसे स्माइल पास की । सान्वी जल्दी से उसके पास गई तो प्राची बोली- चल जल्दी कर सानु(सान्वी को उस के फेंड'स सानु कह के बुलाते है।)

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