
तन्वी को जब सिद्धार्थ के हाथ अपनी पुसी के पास महसूस होते है तो वो सिहर जाती है । वो अपने पैर को जोड ने लगती है लेकिन सिद्धार्थ उसे ऐसा नही करने देता। वो अब अपनी एक उंगुली को तन्वी की पुसी में एंटर करता है जिसे तन्वी की आहह निकल जाती है ।
सिद्धार्थ अपनी उंगुली को अब हिला ने लगता है जिसे तन्वी मचलने लगती है उसकी वो आहहे अब और भी बढ जाती है जिसे सिद्धार्थ अपना कंट्रोल खो देता है । जिसे वो अब तन्वी के सीने को बाइट करने लगता है।
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